Ashish Published on March 1, 2024 at 17:47 pm
शिमला. हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव के बाद से राज्य सरकार पर छाया सियासी संकट कम नहीं हो रहा है. कांग्रेस के खिलाफ जाकर भाजपा उम्मीदवार को वोट देने पर कांग्रेस ने 6 विधायकों को बर्खास्त कर दिया है, लेकिन अब सुक्खू सरकार से नाराज चल रहे विक्रमादित्य सिंह कांग्रेस छोड़ सकते हैं. उन्होंने अपने फेसबुक प्रोफाइल से पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर और कांग्रेस हटा दिया है. इसकी जगह पर हिमाचल का सेवक लिखा है. विक्रमादित्य सिंह ने दिल्ली में डेरा डाल लिया है. इसके साथ ही उन्होंने अयोग्य घोषित किए गए कांग्रेस के छह विधायकों से हरियाणा के पंचकूला में मुलाकात भी की.
दरअसल, हिमाचल प्रदेश की एकमात्र राज्यसभा सीट के लिए बीते मंगलवार को हुए चुनाव में कांग्रेस के छह बागियों ने ‘क्रॉस वोटिंग’ की थी, जिसके चलते बीजेपी उम्मीदवार हर्ष महाजन ने कांग्रेस उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी को हरा दिया था. कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने शिमला में पार्टी विधायकों से बात करने के लिए पर्यवेक्षकों की एक टीम भेजी. इस बीच, विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने विधानसभा में राज्य के बजट के लिए मतदान पर पार्टी व्हिप का कथित तौर पर उल्लंघन करने के चलते संबंधित छह विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया.
मां प्रतिभा के संग दिल्ली में डेरा जमाए हैं विक्रमादित्य सिंह
विक्रमादित्य सिंह ने खुलकर नाराजगी जताते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन पर्यवेक्षकों के साथ बैठक के बाद उन्होंने अपना रुख नरम कर लिया था. पूर्व में सुक्खू सरकार के कामकाज पर असंतोष व्यक्त कर चुकीं प्रदेश कांग्रेस प्रमुख प्रतिभा सिंह ने कहा कि विक्रमादित्य सिंह कुछ कार्यक्रमों के लिए दिल्ली गए हैं और कांग्रेस आलाकमान से भी मिलेंगे.
बागी विधायक सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी में
इधर, अयोग्य ठहराए गए विधायकों में से एक राजेंद्र राणा ने कहा था कि संबंधित छह विधायक विधानसभा अध्यक्ष के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे. बागी विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने के बाद सदन में विधायकों की कुल संख्या 68 से घटकर 62 रह गई है तथा इस क्रम में कांग्रेस विधायकों की संख्या 40 से घटकर 34 हो गई है. विधानसभा में बीजेपी के 25 और तीन निर्दलीय विधायक हैं. कांग्रेस के छह बागी विधायकों सहित तीनों निर्दलीय विधायकों ने भी बीजेपी के राज्यसभा उम्मीदवार हर्ष महाजन के पक्ष में मतदान किया था.