Gaon Sabha Published on September 6, 2024 at 18:31 pm
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मुंबई। भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) मुंबई ने अपने स्थापना दिवस के मौके पर अपने कैम्पस एनहांस्मेंट प्रोजेक्ट के लिए 800 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की है। यह महत्वपूर्ण इनवेस्टमेंट कैम्पस में अत्याधुनिक सुविधाओं के आधुनिकीकरण और विकास में मदद करेगा। यह पहल संस्थान की स्थापना के एक साल के भीतर राष्ट्रीय रैंकिंग में तेजी से 6वें स्थान पर पहुंचने के बाद की गई है।
शिक्षक दिवस के अवसर पर, आईआईएम मुंबई के बोर्ड ऑफ गवर्नेंस के चेयरमैन और ऑलकार्गो ग्रुप के संस्थापक और अध्यक्ष शशि किरण शेट्टी ने नई फैसेलिटीज का शुभारंभ किया, जो नवाचार और उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए संस्थान की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। शेट्टी ने छात्रों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और टेक्नालॉजी की खोज के लिए एक ऑप्टिमल एनवायरमेंट प्रदान करने के संस्थान के समर्पण को अहम बताया है।
आईआईएम मुंबई ने एरोनॉटिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष, डीडीआरएनडी के पूर्व सचिव, डीआरडीओ के पूर्व अध्यक्ष और रक्षा मंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार डॉ. सतीश रेड्डी की विशिष्ट उपस्थिति का अभिवादन किया, जिन्होंने आईआईएम मुंबई के 800 करोड़ रुपये के कैम्पस एनहांसमेंट प्रोजेक्ट के शुभारंभ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। भारत के रक्षा क्षेत्र में अपने अभूतपूर्व योगदान के लिए जाने जाने वाले डॉ. रेड्डी ने भूमि पूजन समारोह में भाग लिया, जहाँ उन्होंने परिसर के नए डेवलपमेंट फेज़ की आधारशिला रखी।
इस अवसर पर आईआईएम मुंबई के बोर्ड ऑफ गवर्नेंस के चेयरमैन और ऑलकार्गो ग्रुप के संस्थापक और अध्यक्ष शशि किरण शेट्टी ने कहा, “यह अवसर आईआईएम मुंबई के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील के पत्थर के रूप में दर्ज होगा, जो इस प्रमुख संस्थान को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बी-स्कूलों में से एक बनने की यात्रा का प्रमाण है। कैम्पस को अपग्रेड करने की यह पहल ग्लोबल स्टैंडर्ड्स हासिल करने में सक्षम 21वीं सदी के बुनियादी ढांचे को विकसित करने के हमारे लक्ष्य का एक हिस्सा है। प्रतिष्ठित आईआईएम टैग और मुंबई में कैम्पस के स्ट्रेटेजिक लोकेशन के कारण, संस्थान ने दुनिया भर के फैकेल्टी और छात्रों को आकर्षित करना शुरू कर दिया है।
उन्होंने कहा कि अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे, उत्कृष्ट संकाय और सर्वश्रेष्ठ शिक्षाशास्त्र के साथ, आईआईएम मुंबई दुनिया में सर्वश्रेष्ठ मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट के रूप में उभरेगा, जो सर्वोत्तम गुणवत्ता वाले नेतृत्व और उद्यमशीलता को पेश करेगा।” आगामी सुविधाओं में फैकेल्टी और छात्रों के लिए विश्व स्तरीय आवासीय सुविधा, स्टार्टअप इको सिस्टम डेवलपमेंट, मैनेजमेंट डेवलपमेंट प्रोग्राम्स और बड़े ऑडिटोरियम के साथ भविष्य का विशाल नेट ज़ीरो कैम्पस शामिल होगा। इसके अतिरिक्त, इस सुविधा में बैंकिंग, फाइनेंस और फिनटेक पर केंद्रित एक इनोवेशन सेंटर, एक एआई-आधारित रिसर्च हब और छात्रों को वैश्विक संसाधनों से जोड़ने वाली एक अत्याधुनिक लाइब्रेरी शामिल होगी। कैम्पस में एक प्रमुख मैनेजमेंट ट्रेनिंग सेंटर होगा, जो सर्टिफिकेशन कोर्स प्रदान करेगा और इंडस्ट्री लीडर्स के लिए केंद्र बिंदु के रूप में कार्य करेगा।
पूर्व में एनआईटीआईई के नाम से जाना जाने वाला आईआईएम मुंबई इंडस्ट्रियल और इंजीनियरिंग शिक्षा में एक मजबूत विरासत रखता है। इस वर्ष नेशनल रैंकिंग में संस्थान का ऊपर उठ कर 6वें स्थान पर पहुंचना आईआईएम (प्प्ड) में इस परिवर्तन के लाभों को रेखांकित करता है। भारत के फाइनेंशियल हब में स्थित, आईआईएम मुंबई इस मेगा सिटी के लिए एक विकास की महत्वपूर्ण कड़ी है।
इस मौके पर आईआईएम मुंबई के डायरेक्टर प्रो. मनोज के तिवारी ने संस्थान की भविष्य की दिशा के बारे में जानकारी साझा की, जिसमें छात्रों और प्रोफेशनल्स को लाभान्वित करने वाले नए पाठ्यक्रमों की शुरूआत पर प्रकाश डाला गया। उन्होंने भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय समुदायों के साथ कई पार्टनरशिप्स का भी उल्लेख किया, जिसका उद्देश्य नॉलेज शेयरिंग और वैश्विक जुड़ाव के मिशन को समृद्ध करना है। 1963 में एनआईटीआईई के रूप में स्थापित, यह संस्थान भारत में मैनेजमेंट एजुकेशन का आधार बन गया है। तीन तरफ झीलों के साथ सुंदर परिदृश्यों से घिरा संस्थान का 65 एकड़ का कैम्पस, यहां के 1,200 से अधिक छात्रों की मेजबानी करता है और इसे भारत के शीर्ष बी-स्कूलों में स्थान दिया गया है। आईआईएम मुंबई के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के चेयरमैन श्री शशि किरण शेट्टी और डायरेक्टर प्रो. मनोज के तिवारी का नेतृत्व लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन मैनेजमेंट को आगे बढ़ाने और पीएम गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान का समर्थन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। अपने उद्योग-संरेखित शैक्षिक कार्यक्रमों के लिए जाना जाने वाला, आईआईएम मुंबई राष्ट्रीय नीतियों में योगदान देता है, जो नये भारत के दृष्टिकोण को दर्शाता है।
श्री शेट्टी का कहना है कि ष्हमें पूरा विश्वास है कि इस प्रोजेक्ट को कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉंसिबिलिटी (सीएसआर) फंड्स के माध्यम से अग्रणी कंपनियों से मजबूत समर्थन प्राप्त होता रहेगा। यह शैक्षिक बुनियादी ढांचे में नए स्टैंडर्ड स्थापित करने के लिए तैयार है, जो इनोवेशन और सतत विकास में ग्लोबल लीडर बनने के आईआईएम मुंबई के दृष्टिकोण के साथ पूरी तरह से संरेखित है। यह प्रयास न केवल देश के भीतर बल्कि विश्व स्तर पर भी प्रगति को आगे बढ़ाने में भारतीय नेतृत्व की सम्मानित भूमिका को रेखांकित करता है।
भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) मुंबई
पूर्व में एनआईटीआईई के रूप में प्रचलित भारतीय प्रबंधन संस्थान मुंबई (आईआईएम), मुंबई 1963 में देश की आर्थिक राजधानी में भारत सरकार द्वारा स्थापित किया गया और यह संस्थान लगातार भारत के शीर्ष बी-स्कूलों में शुमार रहा है। विभिन्न कार्यक्रमों में लगभग 1,200 छात्रों के साथ, आईआईएम मुंबई देश में प्रबंधन शिक्षा में अग्रणी है और पूरे भारत में प्रबंधन संस्थानों के बीच 2024 के लिए नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) में 6वें स्थान पर है। आईआईएम मुंबई ऑपरेशंस मैनेजमेंट, अनालिटिक्स, फाइनेंस, मार्केटिंग, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट, एच आर इंफॉर्मेशन टेक्नालॉजी और सस्टेनेबिलिटी मैनेजमेंट जैसे विविध कार्यात्मक क्षेत्रों में स्किल्ड प्रोजेशनल्स तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध है।